आज वहीं कुछ लोगों के स्वार्थ ने उस आजादी की परिभाषा ही बदल डाली। आज वहीं कुछ लोगों के स्वार्थ ने उस आजादी की परिभाषा ही बदल डाली।
भारत मां के लाल स्वयं माता का आंचल बांट रहे हैं। भारत मां के लाल स्वयं माता का आंचल बांट रहे हैं।
आज़ादी एक जज़्बा नहीं जज़्बात है। आज़ादी एक जज़्बा नहीं जज़्बात है।
दुनिया में भारत का परचम लहराए, अगर तुम अपनी कमर कस लो। दुनिया में भारत का परचम लहराए, अगर तुम अपनी कमर कस लो।
हमसे बेहतर ज़िन्दगी तो कठपुतली ही जी जाती है। हमसे बेहतर ज़िन्दगी तो कठपुतली ही जी जाती है।
क्या कोई मुझे इन सवालों के जवाब देगा ? क्या कोई मुझे इन सवालों के जवाब देगा ?